'क्यों'
ऊँचे आसमान में
घने बादलों के बीच,
उड़ी चल जाती कहीं
सोचती हूँ अखियाँ मींच!
'क्यों' उड़ता है मन
भरे बादलों के जैसे,
सच्चाई-नुमा पहाड़ी से टकरा
'क्यों' बेहता है पानी फिर आँखों से?
'क्यों' कोई ख्वाब
आँखों में आता है
आख़िर कैसे कोई चेहरा
दिल में समाता है ?
फिर 'क्यों' नम्म होती हैं
किसी की याद में आँखें,
दिल बार बार रो कर
'क्यों' ज़ार ज़ार हो जाता है ?
चाहतों के दाएरे में बाँध कर
'क्यों' इंसान समझ अपनी खोता है
वास्तविकता समझ कर भी 'क्यों'
परिस्तित्यों के हाथों मजबूर होता है ?
फिर भी, दर्द से झूझ कर
दर्द से ही शक्ति पा,
'क्यों',
दर्द भारी यादें संजोता है
दर्द से ही रिश्ता बनाता है
घने बादलों के बीच,
उड़ी चल जाती कहीं
सोचती हूँ अखियाँ मींच!
'क्यों' उड़ता है मन
भरे बादलों के जैसे,
सच्चाई-नुमा पहाड़ी से टकरा
'क्यों' बेहता है पानी फिर आँखों से?
'क्यों' कोई ख्वाब
आँखों में आता है
आख़िर कैसे कोई चेहरा
दिल में समाता है ?
फिर 'क्यों' नम्म होती हैं
किसी की याद में आँखें,
दिल बार बार रो कर
'क्यों' ज़ार ज़ार हो जाता है ?
चाहतों के दाएरे में बाँध कर
'क्यों' इंसान समझ अपनी खोता है
वास्तविकता समझ कर भी 'क्यों'
परिस्तित्यों के हाथों मजबूर होता है ?
फिर भी, दर्द से झूझ कर
दर्द से ही शक्ति पा,
'क्यों',
दर्द भारी यादें संजोता है
दर्द से ही रिश्ता बनाता है
Comments
ghar jaisa feel hota hai :)
Thanks Ghose Da ! There's lots more to learn yet.
@Dream Catcher
ये बात आप देश से दूर विदेश में बैठे प्राणियों से कह रहे हैं ?
वैसे जान कर प्रसन्नता हुई की सब हिंदी पढ़ने वालों के भाव एक से ही है :)
sorry for spell mistakes. working on those :)
....चाहतों के दाएरे में बाँध कर
'क्यों' इंसान समझ अपनी खोता है
वास्तविकता समझ कर भी 'क्यों'
परिस्तित्यों के हाथों मजबूर होता है ?...
A wonderful poem.My best wishes.
Aur yaar yeh toh bahut khoob kahi aapne... zindagi ki paribhasha ko hi "kyun" ki kasauti mein taul daala. :-)
Nice. :-)
mann to badal se bhi tez hawa ka jhoka hai...jo pahado se takrata to jaroor hai but usko bhi paar karke door kahi chala jata hai...
Lovely poem..
Take care
Wisdom !! Oops, I just meant to put it in my words and understanding which was so banal. Glad you perceived it that way.
@Meenakshi
arrey aise kaise ki aapko khabar nahi! aapko to khabar hai hi na :)
@Shruti
Yeah you are right Shruti, is pal mein ke kuch aur us mein pal kuch aur... Thanks for appreciating the thoughts !
Thanks for stopping by here and glad you liked my creations :)